उत्तरकाशी,ज्ञानसु में सिंचाई विभाग कार्यालय के बगल में बने नगर पालिका के दुकानों में अवैध रूप से काफी समय से रह रहे थे लेकिन अफसोस की बात है कि इतने लंबे समय के अंतराल में नगर पालिका ने यह जानने तक की कोशिश नहीं की। क्यूँकि जनता के पैसे से बना इस भवन में गैर कानूनी तरीके से जो लोग रह रहे है आखिर वो कौन है हलांकि पुलिस के अनुसार वहां पर जो लोग काफी समय से रह रहे थे उनकी पुलिस वेरिफिकेशन भी पहले हो चुका है।
बता दे कि ज्ञानसु सिंचाई विभाग के बगल में नगर पालिका के द्वारा कुछ दुकानें बनाई गई है जिनका नगर पालिका के द्वारा आवंटित भी किया गया है लेकिन उक्त स्थान पर काफी लंबे समय से कुछ लोग अवैध रूप से रह रहे थे और नगर पालिका के संज्ञान में होते हुए भी आज तक नगर पालिका ने इस पर कार्रवाई करने की जहमत तक नहीं उठाई यह सवाल हम इसलिए उठा रहे हैं कि उत्तरकाशी सीमांत क्षेत्र है और दुश्मन देश से हमारी सीमा लगी हुई और यहां पर इस तरह से 30-40 लोग काफी समय से बिना नगर पालिका की अनुमति के रह रहे तो नगर पालिका पर प्रश्न चिन्ह जरूर बनता है कि किसके श्रेय में यह लोग यहां पर इतने समय से रह रहे थे क्या नगर पालिका प्रशासन को इसकी भनक नहीं थी अगर थी तो क्यों नहीं इनके खिलाफ कार्रवाई की गई या मामला कुछ और भी हो सकता है अर्थात जब तक दाना पानी आ रहा था तो घर आबाद था अब दाना पानी शायद न आ रहा हो इसलिए बेघर हो गए।
आखिर मामला जो भी हो लेकिन आज नगर पालिका प्रशासन की कुंभकरणीय नींद से जागी और यहां पर अवैध रूप से रह रहे लोगों को हटाकर नगर पालिका भवन इसे आजाद कराया।


