उतरकाशी का जिला अस्पताल की हालत बद से बदत्तर होती जा रही और जपनद के अधिकारी गहरी नींद में है आश्चर्य की बात है कि जिला अस्पताल में दूर-दूर से लोग इस उम्मीद को लेकर अपने मरीज को लेकर आते हैं कि शायद हम जिला अस्पताल पहुंचे और हमारा इलाज लेकिन अफसोस है कि जिला अस्पताल आज खुद वेंटिलेटर पर जा चुका है पूरे अस्पताल में दो-तीन डॉक्टर छोड़कर सभी डॉक्टर छुट्टी पर या है ही नहीं है दुर्भाग्य की बात है कि इस गंगोत्री विधानसभा के विधायक सुरेश चौहान अपनी फेसबुक पेज पर जिला अस्पताल को सुधारने की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन कभी माननीय साहब ने उसे जिला अस्पतालके हालत जाननें की कोशिश की हकीकत क्या है जिला अस्पताल में एक्सरे की मशीन तक खराब पड़ी हुई है जिसका काम है जिसके एक्सरे ऑपरेटर को जनता का गुस्सा का सामना करना पड़ रहा है एक्सरे ऑपरेटर का कहना है कि एक्सरे मशीन है अब एक्सपायरी डेट से ऊपर हो गई अर्थात यह अब खराब हो चुकी है जिसका संज्ञान इन्होंने जिला अस्पताल के अधिकारियों को लिखित और मौखिक तौर पर भी दिया है लेकिन जिला अस्पताल के अधिकारियों को इतना फुर्सत कहां है कि वह जनता की समस्याओं का निवारण कर सके क्योंकि जिला अस्पताल में मेंटेनेंस के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए का बजट ठिकाना लगाया जाता है और यह बजट अकेले ही जिले अस्पताल के अधिकारी ही नही डकारते होंगे बल्कि कमीशन का बंटवारा A से Z तक होता होगा तभी जाकर आज जिला अस्पताल खुद वेंटिलेटर पर चला गया।
शर्म की बात है कि जनपद के बड़े-बड़े समाजसेवी बड़े-बड़े समाज सुधारक जो अपने को बड़े-बड़े समाज सुधारक के रूप में समाज के सामने पेश करना चाहते हैं उन्होंने भी कभी इस जिला अस्पताल के सूध लेने की कोशिश तक नहीं है
आपको बताते चलें कि जिला अस्पताल में लगी जो भी मशीन हैं उनके एनुअल मेंटिनेस का चार्ज पअ ता किया जाता होगा लेकिन एक्स-रे मशीन के टेक्नीशियन का कहना है कि एक्सरे मशीन का जो इंजीनियर है वह उनका फोन नहीं उठा रहा है आखिर उठेगा क्यों?क्योंकि उनको बिना मेंटेनेंस किये का की पेमेंट हो जाता होगा।
उत्तरकाशी के दौरे पर देश के माननीय प्रधानमंत्री आ रहे वही उसी जनपद के स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल स्थिति में पड़ी है क्या कोई अधिकारी या कोई नेता समाज सेवक इस जिला अस्पताल का संज्ञान लेने में सक्षम नहीं है कब तक इस तरह से उत्तरकाशी की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जाएगा।

